जानिए कमर दर्द के कारण और निवारण

जानिए कमर दर्द  के कारण और निवारण

सेहतराग टीम

भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकतर लोगों को शरीर में हमेशा दर्द रहता है। कई लोग दर्द में जीवन यापन करते रहते है। क्योंकि उनका दर्द खत्म होने का नाम नहीं लेता और लोग अपना जीवन जीना नहीं छोड़ते। ऐसे में अक्सर वो दर्द आगे जाकर रोगी को काफी भारी नुकसान पहुंचा देता है। उन्हीं दर्दों में लो बैक पेन यानी कमर दर्द की शिकायत अक्सर सुनने को मिलती है। एक्सपर्ट का मानना है कि इसके कई कारण होते है। लेकिन एक बड़ा कारण आज की आधुनिक जीवन शैली है। कमर दर्द का पहले दर्दनाशक दवाओं व बेडरेस्ट के अलावा कोई कारगर इलाज नहीं था। लेकिन आज लो बैक पैन प्रबन्धन की नई चिकित्सा सुविधएं देश में उपलब्ध हो गयी हैं।

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रीढ़ की हड्डी में प्रत्येक दो कशेरुकाओं के बीच में एक डिस्क होती है जो कि एक शॉक-अब्जार्बर का कार्य करती है। इसके घिस जाने पर यह डिस्क बड़ी हो कर बाहर निकल आती है और इस कारण से कमर के निचले हिस्से में भयंकर दर्द होता है। इसे ही लो बैक पेन कहते हैं। यह दर्द दोनों पैरों में भी जा सकता है।

डिस्क कशेरुकाओं पर अंकुश कायम रखती है। किसी कारण से कशेरुका आगे की तरफ या पीछे पीठ की तरफ खिसक सकता है। इसमें जब डिस्क पीठ की तरपफ खिसकती है तो वह मरीज के लिए बहुत घातक होता है। इसका कारण है कि स्लिप्ड डिस्क स्पाइन के पीछे केनाल की भीतरी नसों पर दबाव देने लगता है, इससे मरीजों को असहाय दर्द की पीड़ा महसूस होती है।

रीढ या कमर में दर्द होने के कुछ कारण (Lower Back Pain Causes in Hindi):

स्पोंडिलाइटिस-

ऐसा अक्सर तब होता है जब आप की कमर में रीढ की हड्डी में से कशेरुका खिसक जाता है। यह पीठ की नसों को ब्लाक कर देता है जिस की वजह से पीठ के नीचले हिस्से में काफी दर्द होता है। 

रीढ़ का संक्रमण-

ये दुर्लभ हैं। लेकिन अगर यह हो जाता है तो यह आपकी पीठ को चोट पहुंचा सकता है। संक्रमण आमतौर पर अन्य चीजों का कारण बनता है, जैसे कि बुखार, ठंड लगना और सिरदर्द।

एक्ज़ियल स्पोंडिलाइटिस-

इस के कारण आपकी रीढ सूज जाती है। यह दो प्रकार के होते हैं। एक प्रकार में जब आप एक्स रे करवाते हैं तो ज्यादा क्षति नहीं दिखाता है और दूसरे में एक्स रें में रीढ में सूजन दिखाता है परंतु दर्द दोनों में ही होता है। 

डिस्क पत्तन-

जैसे जैसे आप की उम्र बढती है तो आप की पीठ की डिस्क अपने आप टूटने का खतरा रहता है। ऐसा होने पर कमर के नीचले हिस्से में बहुत दर्द होता है और इस को डिस्क पत्तन या अधः  पत्तन कहा जाता है।

रीढ़ अनियमितताएँ-

स्कोलियोसिस, आपकी रीढ़ में एक असामान्य बढ़ाव, आपकी पीठ को चोट पहुंचा सकता है। 

आस्टियोपोरोसिस-

इस में कई बार आप की हड्डियां पतली व कमजोर हो जाती हैं जिस कारण वो टूट जाती हैं। इस में वरटीब्रे भी टूट सकता है जिस वजह से गंभीर कमर दर्द हो सकता है।

स्पाइनल स्टेनोसिस-

यह तब होता है जब आपकी रीढ़ की हड्डी के चारों ओर का स्थान संकरी कर देता है। इससे आपकी रीढ़ पर दबाव पड़ता है और इससे न केवल आपकी पीठ के निचले हिस्से में दर्द हो सकता है, बल्कि आपके पैरों में सुन्नता और कमजोरी भी आ सकती है। स्पाइनल स्टेनोसिस अक्सर गठिया का एक परिणाम है।

निवारण (Lower Back pain Treatment in Hindi):

यदि आप को ऊपर लिखित किन्ही भी कारणों से पीठ में दर्द है तो आप निवारण के लिए क्या कर सकते हैं? आइए जानते हैं।

  • आप के डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाइयों को नियमित रूप से लें। इस से आपको दर्द में जरूर राहत मिलेगी। 
  • अपने आप को फिट रखें। कई बार ज्यादा वजन के कारण भी पीठ पर प्रेश के कारण आप की पीठ में दर्द हो सकता है। आप फिट रहने के लिए योगा का प्रयोग कर सकते हैं।
  • यदि आप की समस्या गंभीर है और कोई भी दवा काम नहीं कर रही है तो आप को रीढ की सर्जरी का भी सहारा लेना पड सकता है।

 

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